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9वें दिन बेहद गमगीन माहौल में शहीद धर्मपाल की अंतिम विदाई, गांव की गलियों से श्मशान तक लगे अमरता के नारे

सुलखनी/खेदड़ (हिसार). हिसार जिले के गांव खेदड़ में बीते दिनों एक सार्थक मांग के लिए छिड़े आंदोलन में शहीद हुए गांव के धर्मपाल का शनिवार को 9वें दिन पूरे मान-सम्मान के साथ दाह संस्कार कर दिया गया है। इससे पहले दोपहर 1 से 2 बजे तक गोशाला से घर और फिर गांव की गली-गली उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान ‘शहीद धर्मपाल अमर रहें, शहीद धर्मपाल तेरी सोच पे पहरा देंगे ठोक के, जब तक सूरज चांद रहेगा-शहीद धर्मपाल तेरा नाम रहेगा’ के नारों से धरती-गगन दोनों गुजायमान हो रहे थे।

बता दें कि खेदड़ स्थित स्थित राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट (Rajiv Gandhi Thermal Power Plant) की राख उठाने का काम गोशाला को दिए जाने की मांग को लेकर पिछले 3 महीने से ग्रामीण यहां पावर प्लांट के गेट पर धरना जमाए बैठे थे। इस बीच कई बार अहम बैठकें हुई। कई फैसले लिए गए और इन्हीं में से एक फैसला बीती 8 जुलाई को पावर प्लांट को जाती रेलवे लाइन पर बैठकर वहां कोयले की सप्लाई रोक देने का भी हुआ। इसके बाद जैसे ही आंदोलन की राह पर चलने को मजबूर ये लोग रेलवे लाइन की तरफ बढ़े, भारी तादाद में तैनात पुलिस बल के साथ टकराव हो गया। नौबत लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले तक इस्तेमाल करने की आ गई।

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इस खींचतान के माहौल में गांव के धर्मपाल नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं पुलिस और आंदोलनकारी दोनों पक्षों के बहुत से लोग चोटिल भ्री हुए थे। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने जब 10 लोगों को नामजद करते हुए कुल 810 के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज कर लिया और चार को गिरफ्तार भ्री कर लिया तो ग्रामीणों का गुस्सा और भी बढ़ गया। ऐसा होना स्वाभाविक सी बात थी। प्रशासन की तरफ से दलील दी गई कि धर्मपाल की मौत आंदोलनकारियों के ट्रैक्टर के नीचे कुचले जाने से हुई है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप था कि वह (धर्मपाल) पुलिसिया कार्रवाई में मारे गए हैं। बावजूद इसके उल्टा हमारे ही साथियों पर 302 और 307 की धाराओं में केस दर्ज कर दिए गए। प्रशासन की मानसिकता में खोट है।

9वें दिन बेहद गमगीन माहौल में शहीद धर्मपाल की अंतिम विदाई, गांव की गलियों से श्मशान तक लगे अमरता के नारे

13 जुलाई को इस मसले का हल निकला और फैसला हुआ कि राख पर 37 रुपए प्रति टन भराई गौशाला को दिया जाएगा। मशीनें गौशाला कमेटी की रहेंगी। थर्मल प्लांट से खेदड़ गांव को लाइट और पानी दिया जाएगा, 15 दिन में सारे केस वापस लेने की प्रकिया पूरी की जाएगी। थर्मल प्लांट में झुलसे लोगों को ढाई लाख रुपए दिए जाएंगे, सीएम से मीटिंग के बाद डीसी रेट की नौकरी दी जाएगी, मृतक धर्मपाल के परिवार को उचित मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। 4 युवाओं की जमानत के बाद मृतक धर्मपाल का दाह संस्कार किया जाएगा। शुक्रवार को गिरफ्तार चारों युवकों की जमानत हुई और इसके बाद शनिवार दोपहर धर्मपाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

इस मौके पर खेदड़ के सरपंच शमशेर, कलीराम खेदड़, सतेंद्र सहारण, जोगीराम सिहाग खेदड, दयानन्द शर्मा, जोगिंद्र सिंह नैन, शमशेर नम्बरदार, सुरेश कोथ, मास्टर बलबीर सिंधु जींद, रत्न मान बीकेयू, छज्जू राम कंडेला, धर्मपाल बडाला, रणबीर मलिक, बलवान सुंडा, हरिकेश काबरछा, रवि आजाद, नरेश सेलवाल, कुलदीप खरड़, अनीष खटकड़, पूनम कंडेला, प्रियंका, कृष्ण सरपंच, श्रद्धानन्द राजली, दिलबाग सिंह हुड्डा, दशरथ मलिक, सतबीर सिंह धायल, अंग्रेज बूरा, होशियार सिंह पंघाल, नरेश भ्याणा, सत्यवान सहारण, रारबीर सरपंच, राजबीर जिला पार्षद, पवन चेयरमैन, लखविंद्र सिंह सिरसा, रामबीर न्यौली, हवा सिंह, सुधीर, कर्मबीर पूर्व सरपंच और सैकड़ों अन्य शामिल रहे।

अब धर्मपाल की तेरहवीं 24 जुलाई को उनके भैनी बादशाहपुर रोड पर स्थित घर में की जाएगी। साथ ही धरना कमेटी और ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है कि अगर प्रसाशन अपनी बातों से पलटा तो हम उसका जबाव दोगुणा तेज तरीके से आंदोलन को मजबूत बनाकर देंगे।

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