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Operation Amritpal: सिख संगठनों ने सरकार को दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम, कहा-NSA हटाकर तुरंत रिहा किए जाएं बेकसूर सिख युवा

  • अकाल तख्त पर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से बुलाई गई 70 सिख संगठनों की बैठक, किसी राजनैतिक पार्टी को नहीं दिया गया था न्यौता
  • जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने बताया-PMO पोर्टल पर अगर किसी सिख या मुसलमान की कोई जानकारी है तो सांझा किए जाने की मांग लिखकर डाली

अमृतसर. ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल और उसके साथियों पर कार्रवाई के विरोध में सोमवार को पूरी सिख कौम खड़ी दिखाई दी। सिख संगठनों, संस्थाओं, सिख विद्वानों, इलाके के पत्रकारों और अन्य बुद्धिजीवियों की एक बैठक में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब में इन दिनों बिगड़े हालात की वजह से सिख कौम में खासी बेचैनी का आलम है। उन्होंने पंजाब सरकार को अल्टीमेटम दिया कि अगर 24 घंटे के भीतर इन बेकसूर युवाओं को रिहा नहीं किया गया तो फिर कौम की तरफ से बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्होंने मांग की कि युवाओं पर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को तुरंत हटाया जाए, हरिके हैडवर्क्स पर शांतिपूर्वक विरोध कर रहे सिखों के जब्त वाहनों को तुरंत रिहा किया जाए और बंद किए गए वैब चैनलों और सोशल मीडिया खातों को तुरंत सक्रिय किया जाए।

दरअसल, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से पंजाब में बन रहे हालात को लेकर सोमवार को एक बैठक बुलाई गई। इसके लिए लगभग 70 सिख संगठनों को बातचीत का न्यौता दिया गया था। खास बात यह रही कि इसमें किसी भी राजनैतिक पार्टी को नहीं बुलाया गया। सिर्फ बुद्धिजीवी, सिख धार्मिक संगठनों को इसका न्यौता दिया गया। बैठक के बाद बाहर निकले सिख संगठनों ने बताया कि सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया गया है। अगर पकड़े गए सिख युवा को रिहा नहीं किया गया तो बड़ा एक्शन लिया जा सकता है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि हमारे कैरेक्टर पर हमला हो रहा है। प्लानिंग के तहत सिखों को बदनाम किया जा रहा है।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि अगर सरकार ने उनकी ना सुनी तो पूरे पंजाब में पंचायतों व बैठकों में वहीर भेजकर लोगों को सिखों पर हो रहे अत्याचार के बारे में बताया जाएगा। एडवोकेट धामी ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह का आदेश सुनाते हुए कहा कि पकड़े गए सिखों की कानूनी लड़ाई SGPC लड़ेगी। जिन पर NSA लग चुका है, उनका मुद्दा हाईकोर्ट में उठाया जाएगा। अगर कोई अपना वकील कर चुका है तो उनकी माली सहायता की जाएगी। इसके लिए परिवारों को SGPC से संपर्क करने के लिए कहा गया है।

अंत में खुद ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी कौम के नाम अपना संदेश पढ़कर सुनाया। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि आज का यह इकट‌्ठा श्री अकाल तख्त साहिब से ऐलान करता है, जो सिख पकड़े हैं, उनके साथ हम खड़े हैं। जो बेकसूर पकड़े हैं उनके साथ हैं। सरकार को चेतावनी देते कि 24 घंटे में उन्हें छोड़ा जाएं। तरनतारन से आगे हरिके में जो मोटरसाइकल पकड़ी हैं, उन्हें रिलीज किया जाए। एसजीपीसी को आदेश है कि कोर्ट में उन अफसरों की जवाब तलबी करवाई जाए, जिन्होंने सिखों की गाड़ियां तोड़ी हैं। इसके अलावा काले कानून जो हमारे पंजाब के सिखों पर लागू किए हैं, उन्हें रद्द किया जाए। काले कानून सिर्फ अल्पसंख्यक समूह पर ही क्यों लगाए जाएं। यह उन पर लगाए जाएं, जो हिंदू राष्ट्र की मांग करते हैं, या दोनों पर लगाए जाएं। उधर, बैठक में नैशनल चैनलों पर कानूनी कार्रवाई करने की बात पर भी सहमति दी है। प्रधान धामी ने बताया कि नैशनल चैनलों पर सिखों को बदनाम करने की कोशिश की गई। हर बात को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया गया। उनके खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इन पांच खास पहलुओं पर हुई चर्चा

  • ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के PMO पोर्टल पर लिखा है, अगर किसी सिख या मुसलमान की कोई जानकारी है तो सांझा की जाए। ऐसा करके सिखों की छवि को खराब करने का प्रयास किया गया है, जो चिंता का विषय है।
  • अगर बाजेके जैसा व्यक्ति सिर्फ फेम के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो डालता था तो उससे देश को क्या खतरा है, जो NSA लगा दिया गया। हरिके में धरना खत्म किया जा रहा था। वे खत्म होने वाला था। लेकिन लाठीचार्ज किया गया। 88 मोटरसाइकिल थानों में लगा दिए गए। गाड़ियां तोडी गई।
  • हमें उसी ढंग से जवाब देना चाहिए, जैसा सिखों के साथ हुआ है। ऐसे में सभी संगठनों को मीडिया चैनलों पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। यह संस्थाओं की जिम्मेदारी बनती है। इस पूरी कार्रवाई के बीच जो सिख चैनल चला रहे थे, उन्हें बैन कर दिया गया, ताकि आवाज दबाई जा सके।
  • अमृतपाल सिंह को भी पेश होना चाहिए। उन्होंने पहले भी कहा था, अमृतपाल सरकार के पास है तो स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। अगर नहीं पकड़ा गया तो उसे पेश होना चाहिए।
  • पुलिस का कहना है कि 400 के करीब लोगों को पकड़ा गया है। इनमें से 198 को रिलीज किया गया है, 7 पर NSA लगाई गई है।

अमृतपाल को दे चुके सरैंडर करने की सलाह

ध्यान रहे, ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने दो दिन पहले ही ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह को सरैंडर करने का सुझाव दिया था। उनका कहना था कि अमृतपाल को सरैंडर करके अपना पक्ष रखना चाहिए। वहीं उन्होंने सरकार से पंजाब के पकड़े गए युवाओं से हमदर्दी रखने की भी सलाह दी थी।

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