Haryana

अब एक और हंसोड़ ने कह दिया दुनिया को अलविदा, जोड़ीदार खूंडे के बिछुड़ने के बाद से ही मायूस और बीमार रहता था रूंडा

रोहतक. हरियाणवी फिल्म जगत को बुधवार को बड़ा झटका लगा है। साढ़े तीन महीने पहले एक हास्य कलाकार खूंडा का निधन हो गया, वहीं आज खूंडा का जोड़ीदार रूंडा भी दुनिया को अलविदा कह गया। बताया जा रहा है कि नसीब सिंह कुंडू उर्फ रूंडा बीते महीनेभर से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। आज अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। इसी के साथ मशहूर रूंडे-खूंडे की जोड़ी का अंत हो गया। यह अलग बात है कि हरियाणवी बोली समझने वाले लोगों के दिलों में ये जोड़ी हमेशा जिंदा रहेगी।

हरियाणवी सुपरहिट फिल्म चंद्रावल में ‘रूंडा’ का रोल करने के बाद मशहर हुए नसीब सिंह हरियाणा के रोहतक जिले के गांव टिटौली से आते थे। गानों में डांस करने के अलावा वह खुद गाते भी थे। वैसे तो नसीब सिंह कुंडू शुरुआत से ही थोड़ा हकलाते थे, लेकिन गजब की बात यह थी कि गाने गाते वक्त कभी भी उनको अटक नहीं लगी। हालांकि बताया जाता है कि इसी हकलाहट को देखकर फिल्म चंद्रावल के डायरैक्टर ने उन्हें रूंडे का रोल दिया था। नसीब सिंह कुंडू ने रूंडे का रोल इतनी शिद्दत से निभाया कि फिल्म के बाद उन्हें इसी नाम से जाना जाने लगा। इसके अलावा ‘लाडो बसंती’ और ‘जर-जोरू और जमीन’ जैसी कई हरियाणवी फिल्मों में अभिनय किया। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत तमाम बड़े नेता और कलाकार उनकी प्रतिभा के कायल थे। इसी से प्रभावित होकर हरियाणा सरकार ने नसीब सिंह कुंडू को लोक संपर्क विभाग में नौकरी दी थी। रिटायरमैंट के बाद वह निजी तौर पर बहुत से कार्यक्रमों में शामिल होते रहते थे और लोगों को गुदगुदाते रहते थे।

नसीब सिंह कुंडू के पुत्र नरेश कुंडू उर्फ सोनू ने बताया कि उन्हें लीवर में सूजन और फेफड़ों में पानी भर जाने की शिकायत थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और करीब एक महीने के बाद बुधवार को 65 वर्षीय नसीब सिंह कुंडू उर्फ रूंडा ने अंतिम सांस ली। उनके देहांत की खबर फैलने के बाद सभी हरियाणवी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं, वहीं रोहतक शहर के कई लोगों ने नसीब सिंह कुंडू के घर पहुंचकर परिवार का ढांढस बंधाया।

दूसरी ओर पारिवारिक सूत्रों की मानें तो नसीब सिंह कुंडू अपने फिल्मी जोड़ीदार खूंडे के निधन के बाद से ही काफी निराश हो गए थे। ध्यान रहे, बीती 21 अप्रैल को पानीपत के गांव उग्राखेड़ी निवासी दरियाव सिंह मलिक उर्फ खूंडा का भी बीमारी के चलते निधन हो गया था। अब रूंडे के निधन के बाद रूंडे-खूंडे की यह जोड़ी हमारे बीच नहीं रही है। जिस तरह से किरदार दोनों ने निभाए, वह इतिहास में दर्ज हो गया है और रहती दुनिया तक याद किया जाएगा।

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