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भारत के Most Wanted खालिस्तानी आतंकी मलिक सरदार सिंह का पाकिस्तान में कत्ल; जानें पैदाइश से इंतकाल तक की कहानी  

  • 1986 में खालिस्तान कमांडो फोर्स में शामिल हुआ था तरनतारन जिला मुख्यालय से सटे गांव पंजवार में जन्मा परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह
  • लाभ सिंह को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया तो पाकिस्तान जाकर KCF का चीफ बना परमजीत, हथियारों और हैरोइन की तस्करी करके रखा संगठन को जिंदा
  • पूर्व सेना प्रमुख एएस वैद्य की हत्या और लुधियाना देश की सबसे बड़ी बैंक डकैती समेत कत्ल, कत्ल की साजिश जैसी अनेक वारदातों की वजह से था वांटेड

लाहौर. पाकिस्तान के लाहौर में शनिवार को एक खालिस्तानी आतंकी का कत्ल कर दिया गया। वारदात को सुबह 6 बजे उस वक्त अंजाम दिया गया है, जब भारत की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह नामक यह  आतंकी घर के बाहर टहल रहा था। अचानक दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियां दाग दी। इस वारदात में परमजीत के साथ मौजूद एक बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गया।

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खालिस्तानी आतंकी लाभ सिंह, जिसे 1990 के दशक में सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया था और उसके बाद चचेरे भाई परमजीत ने पाकिस्तान जाकर खालिस्तान कमांडो फोर्स की कमान संभाल ली थी।

परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह का जन्म भारत के तरनतारन जिला मुख्यालय से सटे गांव पंजवार में हुआ था। 1986 में चचेरे भाई लाभ सिंह द्वारा कट्टरपंथी बना दिए जाने के बाद वह खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) में शामिल हो गया। इससे पहले सोहल में एक केंद्रीय सहकारी बैंक में काम करता था। 1990 के दशक में जब लाभ सिंह सुरक्षा बलों के हाथों ढेर हो गया तो परमजीत सिंह पाकिस्तान भाग गया और KCF का चीफ बन गया। पाकिस्तानी शरण हासिल कर मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में सबसे ऊपर के क्रम में शामिल इस खालिस्तानी ने सीमा पार से हथियारों और हैरोइन की तस्करी के जरिये धन जुटाकर KCF को जिंदा रखा।

भारत में सिख चरमपंथ को बढ़ावा देने, हत्या, हत्या की साजिश और हथियारों की तस्करी के लिए वांटेड परमजीत के खिलाफ बड़े मामलों की बात करें तो उनमें एक पूर्व सेना प्रमुख जनरल एएस वैद्य की हत्या का मामला था। इसके अलावा लुधियाना में बैंक डकैती के मामले में भी वह वांछित था, जो देश की सबसे बड़ी बैंक डकैती थी। जुलाई 2020 में इस शख्स को Unlawful Activities Prevention Act के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया गया था।

पाकिस्तान सरकार की तरफ से इनकार किए जाने के बाद परमजीत के पत्नी और बच्चे जर्मनी चले गए, लेकिन वह लाहौर में ही डटा रहा। लाहौर के जौहर टाउन स्थित सनफ्लावर सोसायटी में रह रहा खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार उर्फ मलिक सरदार सिंह शनिवार सुबह करीब 6 बजे जब घर के बाहर टहल रहा था तो एक मोटरसाइकल पर सवार होकर आए दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में कुछ गोलियां लगने से भारत का सिरदर्द हमेशा के लिए खत्म हो गया, जब इसके साथ मौजूद एक बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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