नई दिल्ली. दिल्ली में मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया शुक्रवार को हंगामे की भेंट चढ़ गई। यहां बहुमत नहीं होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पार्षद इस प्रक्रिया में शामिल हो गए और इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं के साथ उनकी हाथापाई की नौबत आ गई।
दरअसल, शुक्रवार सुबह 11 बजे पार्षदों का शपथ ग्रहण शुरू होना था। एलजी ने मेयर चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पार्षद सत्या शर्मा को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया। आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुकेश गोयल का प्रस्ताव रखा था। इस पर भी AAP ने आपत्ति जताई। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर ने जैसे ही एलजी के मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलानी शुरू की तो AAP के सदस्यों ने विरोध शुरू कर दिया। इससे BJP पार्षद भी इनके खिलाफ नारे लगाने लग गए। देखते ही देखते दोनों गुटों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू हो गई। AAP के पार्षद प्रोटेम स्पीकर के आसन पर चढ़ गए। इस दौरान कुछ पार्षद कुर्सी उठाकर पटकते देखे गए। कुछ धक्के में नीचे गिर गए। कुछ को चोटें आई।
मेयर के चुनाव में 273 मेंबर्स वोट डालेंगे। बहुमत के लिए 133 का आंकड़ा चाहिए। AAP के पास 150 तो BJP के पास 113 वोट हैं। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन 1957 एक्ट के तहत 10 लोगों को मनोनीत किया है। उधर, ऐसा कहा जा रहा है। मेयर चुनाव आज नहीं होगा। सदन दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। हालांकि, अब तक आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि मेयर चुनाव टल सकता है। उधर, आप ने इस मुद्दे पर कोर्ट जाने के संकेत दिए हैं।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि मनोनीत सदस्यों की शपथ पहले नहीं होती है, लेकिन भाजपा परंपरा बदल रही है। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि AAP नेताओं को नियमों की जानकारी नहीं है, इसलिए वो हंगामा कर रहे हैं। जब वो बहुमत में हैं, तो डरते क्यों हैं? यही काम आप सांसद राज्यसभा में भी करते हैं। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि केंद्र में हमारी पार्टी सत्ता में है और MCD में हमारे नंबर ठीक-ठाक हैं। इसके बावजूद हमारे साथ गुंडागर्दी हो रही है। AAP ने सदन को गुंडागर्दी का अखाड़ा बना दिया है, क्योंकि उन्हें डर है कि मेयर की वोटिंग में उनके पार्षद ही साथ नहीं देंगे।