Science And Technology

पुराने Mobile Phone को तुरंत Recycle करें नहीं तो आ सकता है बड़ा संकट; एक Surprising Fact भी जरूर जानें

टैक्नोलॉजी अपडेट. आज हर किसी को नया मोबाइल फोन (Mobile Phone) चाहिए, एकदम नए फीचर्स के साथ, लेकिन यह कोई नहीं सोचता कि पुराने फोन का क्या करें। शायद इसी का नतीजा है कि आज दुनियाभर के शौकीन लोगों की अलमारियों में इतने मोबाइल फोन रखे हैं कि इन्हें एक के साथ एक मिलाकर रख दिया जाए तो यह पूरी धरती को एक बार नहीं, बल्कि पूरे 46 बार लपेट सकते हैं। इन फोन को रिसाइकल करना बेहद जरूरी है, नहीं तो यह बेहद खतरनाक स्थिति पैदा कर देंगे। आइए जानें कि दुनियाभर में कितने मोबाइल फोन रिसाइकल करने की जरूरत है और इन्हें रिसाइकल नहीं किया गया तो कौन-कौन से खतरे पैदा हो सकते हैं…

पर्यावरण रक्षा एजेंसी (Environmental Protection Agency) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2007 से 2021 तक दुनिया में 144 करोड़ मोबाइल फोन बन हैं। इनमें से हर साल केवल 20 प्रतिशत मोबाइल फोन ही ऐसे हैं, जो यूज में नहीं होने के बाद रिसाइकल होते हैं। अभी भी कुल 144 में से 115 करोड़ मोबाइल फोन लोगों की जरूरत से बाहर हो चुके हैं, लेकिन उनका कुछ निस्तारण नहीं किया गया है। बड़ी हैरान कर देने वाली बात है कि यह चेन हमारी धरती को एक बार नहीं, बल्कि पूरे 46 बार लपेट सकती है। दरअसल, धरती की परिधि 40 हजार किलोमीटर है और इसके उलट अगर लोगों के घरों में रखे फोन की औसत लंबाई 6.3 इंच मानकर चलें तो इस हिसाब से इन्हें एक के साथ एक सटाकर रखने पर 18 लाख 45 हजार किलोमीटर लंबी शृंखला (Chain) बन जाएगी।

पुराने Mobile Phone को तुरंत Recycle करें नहीं तो आ सकता है बड़ा संकट; एक Surprising Fact भी जरूर जानें

इसलिए रिसाइकल करना जरूरी है पुराने फोन को

अब गौर करने वाले जरूरी पहलू ये भी हैं कि एक तो पुराने फोन जमा करना नए फोन के शौक के लिए खतरा बन सकता है। कारण एक मोबाइल फोन बनाने में कई रेयर अर्थ मैटल्स (Rare Earth Metals) का इस्तेमाल होता है। इनके भंडार इतने सीमित हैं कि लगातार खनन से जल्द ही ये खत्म हो जाएंगे। कुदरती तौर पर फोन का टच स्क्रीन बनाने में इस्तेमाल होने वाले इंडियम की मौजूदा मात्रा इतनी ही है कि इससे अगले 20 साल तक ही फोन की स्क्रीन बन पाएंगी। अजोक्लीनटैक के मुताबिक एक मोबाइल का 80% हिस्सा नया फोन बनाने में इस्तेमाल हो सकता है। दूसरे बड़े खतरे की बात करें तो हर फोन से इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक रैडिएशन होता है। फोन बनाने वाली कंपनियां नए फोन में इस रैडिएशन के स्तर को नियंत्रित रखती हैं, मगर शैल्फ लाइफ के बाद फोन से रैडिएशन की मात्रा बढ़ जाती है। लंबे समय तक इतने ज्यादा रैडिएशन के प्रभाव से ब्रेन ट्यूमर तक हो सकता है।

…तो क्या करें हम?

आप अपने पुराने फोन को रिसाइकलिंग के लिए किसी भी रजिस्टर्ड फोन शॉप पर दे सकते हैं। सरकार ने मोबाइल जैसे ई-वेस्ट की रिसाइकलिंग को प्रोमोट करने के लिए घर-घर आने वाली वेस्ट कलैक्शन वाली गाड़ी में भी ई-वेस्ट का अलग डिब्बा जोड़ा हुआ है। उसमें भी आप अपना पुराना मोबाइल फोन रख सकते हैं। तीसरा आजकल पुराने मोबाइल फोन के बदले जीरा, बर्तन या दूसरी चीजें बेचने वाले गली-मोहल्ले में बहुत आते हैं। इनका भी फायदा उठाया जा सकता है। अब जरा सोचिए कि फोन रिसाइकलिंग के धंधे में घालमेल भी हो सकता है, लेकिन तब भी यह आपके लिए फायदे की बात है। कम से कम अपने घर से तो बीमारी खिसकेगी।

Show More

Related Articles

Back to top button