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हरियाणावासियों को धरती ने झूला झुलाकर दी New Year की मुबारकबाद, यहां था Earthquake का सैंटर

चंडीगढ़. ग्रेगोरियन कैलैंडर के 2022 साल पूरे हो गए हैं। आज 2023 ने भी दस्तक दे दी है। बीते लम्हों को विदा करने के साथ-साथ आने वाले पल का हर किसी को इंतजार होता है। हर कोई अपने हिसाब से नए साल का स्वागत कर रहा है, वहीं कुदरत ने भी अपने ही अंदाज में नए साल को वैलकम कहा। रात 1 बजकर 19 मिनट पर हरियाणा की धरती ने राज्य के लोगों को झूला झुलाया। गनीमत रही कि इस दौरान पलने से किसी के गिरकर आहत होने की खबर नहीं है।

भूकंप विज्ञान के राष्ट्रीय केंद्र की वेबसाइट के अनुसार हरियाणा में नए साल के पहले दिन महसूस किए गए भूकंप का केंद्र झज्जर जिले के बेरी में महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन के पास जमीन से 5 किलोमीटर नीचे रहा। इसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.8 रही। असल में भौगोलिक वर्गीकरण में देहरादून से महेंद्रगढ़ तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। इसमें अनगिनत दरारें हैं। इन दिनों इन दरारों में गतिविधियां चल रही हैं। प्लेट्स की मूवमेंट की वजह से ये आपस में हल्की सी टकराती हैं तो कंपन पैदा होता है। इसके चलते आज रात भी जब झज्जर-रोहतक और आसपास के इलाके में धरती में कंपन पैदा हुआ तो लोग घरों से बाहर निकल गए।

भूकंपीय जोनिंग मैप के अनुसार रोहतक-झज्जर जोन तीन और जोन चार में आता है। भारत में भूकंप को चार जोन में बांटा गया है। जिसमें जोन दो, तीन, चार और पांच शामिल है। इसको खतरों के हिसाब से आंका जाता है। जोन दो में सबसे कम खतरा और जोन पांच में सबसे अधिक खतरा होता है। मैप में जोन दो को आसमानी रंग, जोन तीन को पीला रंग, जोन चार को संतरी रंग और जोन पांच को लाल रंग दिया गया है। इसमें रोहतक जिले का दिल्ली साइड का क्षेत्र जोन चार और हिसार साइड का क्षेत्र जोन तीन में आता है।

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