ReligionViralहिंदी खबरें

धर्म के ठेकेदारों ने बिना सोचे-समझे बनाया BanDrishtiIAS का हैशटैग; देखें विवाद में लाया गया पूरा VIDEO

नई दिल्ली. आजकल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो के साथ # BanDrishtiIAS जोड़ा गया है, यानि जना-खना इस कोचिंग सैंटर को बंद कराने के लिए आतुर है। शब्द चक्र न्यूज की अपील है कि हमें जागना होगा। धर्म के ठेकेदारों के छलावे में छले जाकर अपने देश का माहौल नहीं बिगाड़ना है। ये लोग चाहते हैं कि हम बिना वजह इनकी बात को समर्थन करें और देश में धार्मिक उन्माद फैल जाए। आइए पहले पूरा मामला समझ लें…

आधा-अधूरा वायरल

दरअसल, बीते दिनों आरएसएस नेता साध्वी प्राची ने BanDrishtiIAS हैशटैग के साथ विकास दिव्यकीर्ति का वीडियो शेयर किया है।

वीडियो में विकास दिव्यकीर्ति को कहते हुए सुन सकते हैं, ‘हे सीते अगर तुम्हें लगता है कि युद्ध मैंने तुम्हारे लिए लड़ा है तो तुम्हारी गलतफहमी है। युद्ध तुम्हारे लिए नहीं लड़ा है, युद्ध अपने कुल के सम्मान के लिए लड़ा है। रही तुम्हारी बात तो जैसे कुत्ते द्वारा चाटे जाने के बाद घी भोजन योग्य नहीं रहा जाता है, वैसे तुम अब मेरे योग्य नहीं हो’। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया और ट्रोलर्स एक्टिव हो गए। सोशल मीडिया ट्रोलर्स का आरोप है कि विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी क्लास में माता सीता का अपमान किया है। कुछ लोग कोचिंग को बैन की मांग को लेकर ट्रैंड चला रहे हैं।

इसे देखने के बाद सोचित-कौन गलत है…

शब्द चक्र न्यूज ने इस वीडियो की पूरी सच्चाई जानने की कोशिश की तो पता चला कि घटिया राजनीति के साथ वायरल किया जा रहा वीडियो क्लिप सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा है। अगर इस लैक्चर के पूरे वीडियो को गौर से देखा जाए तो विकास दिव्यकीर्ति को संस्कृत के एक लेखक को कोट करते हुए सुन सकते हैं।

अब जरा भी तर्कशक्ति रखने वाले लोगों को यह सोचना चाहिए कि माता सीता का अपमान विकास दिव्यकीर्ति ने नहीं, बल्कि उन लेखकों ने किया है, जिन्हें कोट करते हुए विकास दिव्यकीर्ति ने यहां क्लास में यह बात कही है। हालांकि कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने विकास दिव्यकीर्ति की तरफ से शेयर किए गए पूरे वीडियो को सही माना भी है।

शब्द चक्र न्यूज की अपील

इन दोनों वीडियो को देखने के बाद यह साफ हो ही जाता है कि धर्म के ठेकेदारों ने BanDrishtiIAS का हैशटैग बिना सोचे-समझे बनाया है। शब्द चक्र न्यूज की अपील है कि हमें जागना होगा। धर्म के ठेकेदारों के छलावे में छले जाकर अपने देश का माहौल नहीं बिगाड़ना है। ये लोग चाहते हैं कि हम बिना वजह इनकी बात को समर्थन करें और देश में धार्मिक उन्माद फैल जाए। किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले हमें विरोध में वायरल किया गया वीडियो क्लिप देखने के साथ-साथ एक बार वह पूरा वीडियो भी जरूर देखना चाहिए, जिससे सिर्फ कुछ हिस्सा काटकर भगवान राम और माता सीता के प्रति बेहद घटिया बात फैलाई जा रही है। अगर धर्म की राजनीति करने वालों को वाकई धर्म की चिंता है तो इस कोचिंग सैंटर की बजाय उस किताब और उन लेखकों को बैन करवाना चाहिए, जिसका उदाहरण यहां इस वीडियो में दिया जा रहा है।

Show More

Related Articles

Back to top button