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Drugs Addict को मार-पीटकर सड़क पर मरने के लिए छोड़ गया Civil Hospital स्टाफ; पैर में पड़े थे कीड़े-चींटियां नोच रही थी मांस, DC धीमान और MLA भुल्लर की कोशिशों से बची जान

  • फिरोजपुर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सड़क किनारे एक हफ्ते से पड़ा था 21 साल का युवक, नशे के कारण घर वाले 7 साल पहले कर चुके बेदखल

फिरोजपुर. पंजाब के सरहदी शहर फिरोजपुर में स्वास्थ्य विभाग की संवेदनाएं मर चुकी हैं। यहां विभाग के संवदेनहीन स्टाफ ने एक नशा पीड़ित (Drugs Addict) को मरने के लिए फुटपाथ पर फैंक दिया। गनीमत रही कि बेचारे की जान बच गई। हालांकि यह सब तब संभव हुआ है, जबकि शब्द चक्र न्यूज की टीम ने इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर विधानसभा हलका फिरोजपुर शहरी के विधायक रणबीर भुल्लर और उपायुक्त राजेश धीमान का ध्यान केंद्रित किया। इसके बाद प्रशासनिक और जनप्रतिनिधि ने फिरोजपुर सिविल अस्पताल के प्रशासन को लताड़ा तो रैडक्रॉस सोसायटी की टीम पीड़ित युवक को फिर से सिविल अस्पताल में ले गई। वहां मरहम-पट्टी के बाद उसे पहनने के लिए नए कपड़े तक उपलब्ध कराए गए। अब संबंधित युवक और फुटपाथ पर इसकी सेवा का बीड़ा उठाए लोग प्रशासन का धन्यवाद कर रहे हैं, वहीं प्रशासन के साथ शब्द चक्र न्यूज की अपील है कि इन हालात से सीख लेकर युवाशक्ति को इनसे निकलने की दिशा में मजबूत इच्छाशक्ति रखनी चाहिए।

हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रह रही गृहणियों ऊषा, किरण चोपड़ा और अन्य ने बताया कि यह युवक 5-6 दिन से यहां सड़क के किनारे पड़ा था। पैरों में कीड़े चल रहे हैं। किसी ने इसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां से मार-पीटकर जबरदस्ती यहां छोड़ दिया गया। अस्पताल की इमरजैंसी वार्ड की व्हीलचेयर भी पास ही थी। हम इस युवक को खाने-पीने आदि की चीजें तो जरूर दे देते थे, लेकिन जब इन्फैक्शन के डर से अस्पताल वाले कुछ नहीं कर रहे हैं तो फिर हमें डर क्यों न लगे? नशे का आदी है, न जाने किस तरह का संक्रमण इसके शरीर में है। कई दिन तब लगातार इलाके की समाजसेवी संस्थाओं से-सिविल अस्पताल से संपर्क करके इसी संभाल की अपील की गई। यहां तक कि पुलिस में भी शिकायत की गई। कल को इसे कुछ हो जाता है तो कम से पुलिस प्रशासन हमें तो आकर परेशानी नहीं देगा।

कितनी शर्मनाक बात है कि सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की संवेदनाएं मर चुकी थी। समाजसेवी संस्थाओं ने भी ध्यान नहीं दिया, वहीं पुलिस थाने के भी इलाके की महिलाओं को (जैसा कि इन्होंने शब्द चक्र न्यूज को बताया) कई चक्कर काटने पड़े। आखिर जब शब्द चक्र न्यूज की तरफ से इस पूरे प्रकरण को फिरोजपुर शहरी के आम आदमी पार्टी विधायक रणबीर सिंह भुल्लर और फिरोजपुर के उपायुक्त राजेश धीमान के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने सिविल अस्पताल प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई। आनन-फानन में रैडक्रॉस सोसायटी की टीम ने युवक को उठाकर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।

उधर, पूरी छानबीन करने के बाद इस युवक के बारे में यह भी पता चला है कि नशे की लत की वजह से घर वालों ने इस युवक को अब से करीब 7 साल पहले (14 साल की उम्र में) बेदखल कर रखा है। नशे के टीके लगाने की आदत और यहां-वहां फिरते रहने के बाद जब हालत ज्यादा बिगड़ गई तो फिर किसी ने इसे उठाकर सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया, लेकिन वहां कार्यरत स्टाफ कितना संवेदनहीन हो चुका है, इसका नमूना सबके सामने है।

प्रशासन पता लगाए-कौन है वो लापरवाह डॉक्टर?

बहरहाल, युवक की हालत पहले से बेहतर है। मरहम-पट्टी वगैरह किए जाने और नए कपड़े दे दिए जाने के बाद यह युवक मीडिया, इलाके के विधायक और जिला प्रशासन, खासकर उपायुक्त राजेश धीमान का धन्यवाद करता नहीं थक रहा। अब इस मामले में शब्द चक्र न्यूज की जिला प्रशासन से अपील है कि उस लापरवाह डॉक्टर का पता लगाया जाए, जिसने इस युवक को मरने के लिए इस तरह सड़क पर फिंकवाया था। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी बेहद जरूरी है।

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