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IAS Apoorv Devgan: 15 साल की उम्र में पिता को खोया; DC चंबा की कुर्सी संभाल बताया कैसे हुआ सपना पूरा

राजेन्द्र ठाकुर/चंबा

चंबा के नवनियुक्त उपायुक्त (DC) अपूर्व देवगन ने कार्यभार संभालने के बाद गुरुवार को जिले के तमाम मीडियाकर्मियों के साथ शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान IAS देवगन ने अपने संघर्ष की कहानी सांझा की कि किस तरह 15 साल की उम्र में पिता का साया सिर से उठ गया, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। इसी मेहनत का नतीजा है कि अब IAS बनने का सपना पूरा हुआ। DC चंबा के रूप में अपने कैरियर की नई शुरुआत कर रहे अपूर्व देवगन ने कहा कि उनका प्रयास चंबा से आकांक्षी जिले का टैग हटाकर विकसित जिले के रूप में नई पहचान दिलाने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जिले में चल रही योजनाओं का जिक्र करते हुए उपायुक्त ने कहा कि किसी कारणवश जो योजनाएं अभी तक पूरी नहीं हो पाई हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। इसी के साथ उन्होंने मीडिया, जिले के तमाम अधिकारी तंत्र और जिले की जनता से भी जिले के विकास में सहयोग की अपील की है।

आइए इस प्रेरणास्रोत प्रशासनिक अधिकारी के जीवन को जरा करीब से जानें…

  • अपूर्व देवगन का जन्म 20 मार्च 1988 को हुआ था। इनके पिता जी वायुसैनिक में थे तो माता जी हरियाणा के तकनीकी शिक्षा विभाग में सेवारत रही हैं।
  • जब सिर से पिता का साया उठा तो अपूर्व की उम्र सिर्फ 15 साल थी। बच्चों के पालन-पोषण का जिम्मा उन्होंने ही उठाया।
  • पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (Punjab Engineering College) से बी-टैक मैकेनिकल (B.Tech Mechanical) करने के बाद अपूर्व ने 2009 से 2011 तक भारत पैट्रोलियम (Bharat Petroleum) में नौकरी की।
  • दो साल की नौकरी के दौरान यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) देने का ख्याल आया तो 2012 में पहली कोशिश में कामयाबी नहीं मिली।
  • 2013 में दूसरी कोशिश में 550 प्लस रैंक मिलने के बाद इंडियन रेलवे ट्रैफिक अधिकारी (Indian Railway Traffic Officer) बनने का विकल्प मिला।
  • दिल में आईएएस बनने का सपना पाले हुए अपूर्व 2014 की परीक्षा में सीधे ही 61वें रैंक पर पहुंचे।
  • इस दौरान पहले घर पर ही तैयारी कर रहे थे, लेकिन फिर लाइब्रेरी जाकर 8 घंटे की एकाग्रता के साथ कामयाब हुए।
  • 2015 बैच के आईएएस अपूर्व देवगन अब से पहले हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HPSPCB) में सदस्य सचिव रहे हैं।
  • इसके अलावा अपूर्व देवगन एसडीएम बंजार, करसोग और शिमला में अतिरिक्त उपायुक्त के पद पर भी रह चुके हैं।

ये है अपूर्व का सफलता मंत्र

आईएएस अपूर्व देवगन ने एक साक्षात्कार में कहा था कि विषयों का चयन मायने रखता है। ग्रेजुएशन में पढ़ा विषय ही चुनना जरूरी नहीं है। अपनी रुचि को प्रमुख रखें। साथ ही जनरल स्टडी में उन लोगों को अवश्य फॉलो किया जाना चाहिए, जो आपसे पहले सफल हो चुके होते हैं।

 

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