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World Thalassaemia Day: बच्चों और अभिभावकों ने नाच-गाकर कहा-थैलेसीमीया के खिलाफ हैं तैयार हम

  • विश्व थैलेसीमीया दिवस के उपलक्ष्य में फरीदकोट स्थित गुरु गोविंद सिंह मैडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • थैलेसीमीया पीड़ित बच्चों और उनके माता-पिता ने गीतों, कविताओं और डांस की प्रस्तुति दी, क्विज कॉन्टैस्ट भी कराई गई

फरीदकोट. फरीदकोट स्थित गुरु गोविंद सिंह मैडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार को विश्व थैलेसीमीया दिवस मनाया गया। इस दौरान एक सांस्कृतिक कार्यक्रम कराया गया। थैलेसीमीया केअर गैप को पूरा करने के लिए शिक्षा को मजबूत करने के थीम पर आयोजित इस समारोह में थैलेसीमीया पीड़ित बच्चों और उनके माता-पिता ने गीतों, कविताओं और डांस की प्रस्तुति दी। बच्चों के लिए एक क्विज कॉन्टैस्ट भी कराई गई।

इस मौके पर जाने-माने थैलेसीमीया विशेषज्ञ डॉ. केके कौल ने बताया कि किस तरह बच्चों, खासकर किशोरों को अपनी देखभाल करनी चाहिए। इस समारोह में बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंसेज की रजिस्ट्रार डॉ. निर्मल उस्पचन मुख्य अतिथि थी, वहीं मेजबान गुरु गोविंद सिंह मैडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. राजीव शर्मा, एग्जाम कंट्रोलर डॉ. एसपी सिंह, मैडिकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. शैलेष मित्तल, डॉ. गुरमीत कौर, बाल रोग विभाग की प्रोफैसर के अलावा विभिन्न विभागों के अध्यक्ष भी शामिल रहे।

इस मौके पर ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. नीरू कुक्कड़, पीडियाट्रिक्स डिपार्टमैंट के असिस्टैंट प्रोफैसर डॉ. वरुण कौल ने थैलेसीमीया से ग्रसित बच्चों की देखभाल के स्तर और इसमें संभावित बदलावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ऐसे मरीजों के MRI T2*, NAT टैस्ट, ब्लड टैस्ट और DEXA स्कैन मशीन की जरूरत पर जोर दिया। इसके अलावा अस्पताल में इन्हें आने वाली मुश्किलों को कम करने पर चर्चा की। प्रशासन ने इन मामलों को समयबद्ध तरीके से देखना सुनिश्चित किया और थैलेसीमिया रोगियों की देखभाल और कल्याण के लिए पूर्ण समर्थन का वादा किया।

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