बेटे ने फोड़े भाग्यवती के भाग; अपने साथ बहू और 2 पोतों को भी छीन ले गया, जानें क्या थी वो गलती…
शाहजहांपुर. अक्सर नासमझी भारी पड़ जाती है और बाद में परिवार के पास सिवाय पछताने के कोई चारा नहीं बच जाता। बीते 3 दिन से कुछ ऐसा ही माहौल है उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के एक परिवार में। यहां भाग्यवती नाम की एक महिला के उसके अपने जाए ने ही ही भाग फोड़ दिए। एक छोटी सी बेवकूफी की वजह से वह न सिर्फ खुद मौत की नींद में सो गया, बल्कि दो बेटो, पत्नी और साली को भी साथ ही ले मरा।
आइए मामले को जरा तफसील से समझते हैं कि किस तरह बेगानी शादी के लड्डू खाकर मस्त हुए इस शख्स ने बकरी जितनी औकात की छोटी मोटरसाइकल को रोडवेज की बस बना डाला। इस पर कितने आदमी थे…? हादसे के बाद कितने बचे…?
बता दें कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक सड़क हादसे में 2 बच्चों समेत कुल 5 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे की वजह मरने वालों की अपनी खुद की बेवकूफी थी। मिली जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर के जैतीपुर थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर निवासी रघुवीर गाजियाबाद की प्रिटिंग प्रेस में काम करता था। गुरुवार को वह परिवार के साथ एक रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में गया था। शुक्रवार तड़के करीब साढ़े 4 बजे वापस लौटते वक्त मोटरसाइकल पर उसके साथ उसकी पत्नी ज्योति, 5 और 3 साल के दो बेटे कृष्णा व अभि (3) के अलावा 4 साल की बेटी आराध्या और 35 साल की साली जूली भी सवार थे। सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के गांव दिलावरपुर के पास मोटरसाइकल एक अज्ञात वाहन से टकरा गई। इस हादसे में रघुवीर, उसकी पत्नी, दो बेटों और साली की मौत मौके पर ही जान चली गई।
अब गांव में मातमी सन्नाटा है, वहीं बार-बार बिलखती मां भाग्यवती एक ही बात कह रही है कि उसके बेटे की छोटी सी नासमझी ने कैसे भाग फोड़े? समझ में नहीं आता शादी के लायक हो गई दो बेटियों की जिम्मेदारी कौन उठाएगा? रघुवीर ने कहा था कि दो साल मेहनत करके दोनों बहनों की शादी एक साथ कर देगा, पर अब क्या होगा? इन्हीं तमाम सवालात के बीच शब्द चक्र न्यूज की आमजन से अपील है कि हमें ऐसी घटनाओं से सीख लेने की जरूरत है। लोग अक्सर पैसा और वक्त बचाने के चक्कर में ऐसी गलती कर बैठते हैं। हमें ऐसी गलती कतई नहीं करनी है। ‘जान है तो जहान है’, इस अनमोल वचन को जरूर समझें।