अमृतपाल का ‘गुरु’ है लंदन में तिरंगे का अपमान करने वाला ये शख्स, भिंडरांवाला से है खास कनैक्शन; जन्म के कुछ वक्त बाद ही पिता और चाचा का हो गया था Encounter
- 1988 में मोगा जिले के गांव रोडे में खालिस्तानी विचारधारा के जनक जरनैल सिंह भिंडरांवाला के घर जन्मा था अवतार सिंह खांडा, परिवार के थे अच्छे ताल्लुक
- वर्ष 2010 के बाद से खांडा मां से मिल पाया, भारतविरोधियों की लिस्ट में नाम होने की वजह से 2015 में बहन की शादी में भी नहीं आ सका खालिस्तानी खांडा
- 6 साल पहले सोशल मीडिया पर एक मैसेज के साथ हुई थी अमृतपाल के साथ बातचीत शुरू, एजैंसियों का मानना-उसी ने मोस्ट वांटेड पम्मा से भी मिलवाया
नई दिल्ली. पंजाब में खालिस्तानी अमृतपाल (वारिस पंजाब दे का प्रमुख) और उसके साथियों पर कार्रवाई के विरोध में लंदन में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज (Indian National Flag) के अपमान (19 मार्च की घटना) के बाद लंदन पुलिस ने अवतार सिंह खांडा नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। न सिर्फ यह शख्स खालिस्तानी विचारधारा के सरपरस्त जरनैल सिंह भिंडरांवाला के घर पैदा हुआ था, बल्कि खास बात यह भी है कि अमृतपाल का खालिस्तानी गुरु भी यही है। इसी से ट्रेनिंग लेकर अमृतपाल खालिस्तानी गतिविधियों में शामिल हुआ था। आइए इस शख्स की पैदाइश से लेकर गिरफ्तारी तक सब जानते हैं…
अवतार सिंह खांडा नामक खालिस्तानी मूल रूप से पंजाब के मोगा से ताल्लुक रखता है। वह 1988 में जिले के गांव रोडे में खालिस्तानी विचारधारा के जनक जरनैल सिंह भिंडरांवाला के घर में जन्मा था। अवतार खांडा का मामा गुरजंट सिंह बुधसिंहवाला खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का प्रमुख था, वहीं पिता और चाचा भी खालिस्तानी फोर्स के एक्टिव मैंबर थे। 1988 में इसके जन्म के वक्त चाचा बलवंत सिंह खुखराना का तो 3 साल बाद 3 मार्च 1991 को पिता कुलवंत सिंह खुखराना का सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर कर दिया। खालिस्तानी फोर्स से जुड़े होने के कारण अवतार के घर पर अक्सर सुरक्षा एजैंसी पूछताछ के लिए आती रहती थी। इसी वजह से उसका परिवार पंजाब में कभी पटियाला, कभी लुधियाना तो कभी मोगा शिफ्ट होता रहा। शुरुआती पढ़ाई आर्य समाज के एक स्कूल में हुई, वहीं 22 साल की उम्र में अवतार सिंह खांडा पढ़ने के लिए ब्रिटेन चला गया। वहां खालिस्तानियों के संपर्क में आया और फिर खालिस्तानी मूवमैंट का एक्टिव मैंबर बन गया। इसके बाद अकाली दल (मान) संगठन से जुड़ गया और कुछ दिन बाद ही संगठन के यूथ विंग का उपाध्यक्ष बन गया।
2010 के बाद से वह अपनी मां से मिल पाया है, वहीं 2015 में अवतार सिंह खांडा बहन की शादी में भी नहीं आ सका था। इसकी वजह उसका नाम भारतविरोधियों की लिस्ट में होना थी। सुरक्षा एजैंसियों का मानना है कि अवतार सिंह खांडा टॉप खालिस्तानी आतंकी जगतार सिंह तारा और NIA की लिस्ट में मोस्ट वांटेड आतंकी परमजीत सिंह पम्मा (खालिस्तान टाइगर फोर्स के एक्टिव मैंबर) का बेहद करीबी है। इसी के चलते 2015 में भारत सरकार ने ब्रिटिश सरकार को भारतविरोधी लोगों के नाम सौंपे तो उनमें अवतार सिंह खांडा का नाम भी शामिल था। भारत ने खांडा को देशद्रोही बताते हुए कहा था कि वह कट्टरपंथी संगठन से जुड़कर युवाओं को उग्रवाद की ट्रेनिंग दे रहा है। इसके बाद पहली बार ये नाम खबरों के जरिये सामने आया था।
6 साल पहले अवतार सिंह खांडा को सोशल मीडिया पर अमृतपाल का एक मैसेज मिला तो इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई। अब अमृतपाल के मामले की जांच कर रही एजैंसियों ने बताया है कि अवतार सिंह खांडा अमृतपाल का गॉडफादर रहा है। IED और दूसरे तरह के हथियार चलाने में माहिर है। पंजाब आने से पहले उसने ही अमृतपाल को ‘मिशन खालिस्तान’के तहत ट्रेनिंग दी थी। खांडा के जरिये ही अमृतपाल मोस्ट वांटेड परमजीत सिंह पम्मा के संपर्क में आया था।
खांडा ने कहा था, ‘मैं खालिस्तानी मूवमेंट से जुड़ा हूं, इसका मतलब ये नहीं…’
उधर, एक इंटरव्यू में अवतार सिंह खांडा ने कहा था, ‘मैं खालिस्तानी मूवमेंट से जुड़ा हूं। इसका मतलब ये नहीं है कि मैं लोगों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा हूं’। अब अवतार सिंह खांडा की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन इससे पहले अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए खांडा ने कहा था, ‘अगर मेरे ऊपर लगे आरोप सही हैं तो पुलिस को मुझसे पूछताछ करना चाहिए थी। इस तरह के आरोप लगने के बाद मेरी गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी। ये सब बेकार की बातें हैं। सांसदों के निमंत्रण पर मैं 4 बार UK की संसद में गया हूं’। साथ ही ISI के साथ कनैक्शन पर अवतार सिंह खांडा ने कहा कि ISI खुद दूसरे देशों से फंडिंग मांग रहा है। ऐसे में लोग खालिस्तान की बात आते ही ISI से जोड़ने लग जाते हैं। यह सही नहीं है।