ViralWorld

पहले तो स्वाद-स्वाद मेें 135 मिर्च खा ली; वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर बोला-अभी भी जल रही है मेरी अंतरात्मा

मिर्च का स्वाद कैसा होता है-यह तो सब जाने हैं, लेकिन शब्द चक्र न्यूज आपको एक ऐसे शख्स के अनुभव से रू-ब-रू कराने जा रहा है, जिसने हाल ही में कुछ ही मिनट में दुनिया की सबसे खतरनाक तीखी कही जाने वाली मिर्च कैरोलिना रीपर खाने का रिकॉर्ड बनाया है। आप सोच रहे होंगे, इसमें क्या बड़ी बात है तो उसके लिए एक तो आपको गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड का यह वीडियो देख लेना चाहिए और दूसरा माइक जैक ने ऑफलाइन कैमरा जो बताया, वह तो हर किसी को हिला देगा। जानें साढ़े 6 मिनट में एक-दो नहीं, बल्कि 135 मिर्च खाकर कैसे फील कर रहे थे माइक जैक…

बता देना जरूरी होगा कि हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक लाल स्लीवलैस टीशर्ट और ग्रे दस्ताने पहने एक शख्स मिर्चों से भरी प्लेट पर टूटते हुए देखा जा सकता है। रिकॉर्ड प्लेटफॉर्म की तरफ से बताया है कि कनाडा का माइक जैक नामक यह शख्स 6 मिनट और 49.2 सेकंड के बेहद छोटे से वक्त में 50 कैरोलिना रीपर खा गया, जिसे दुनिया की सबसे तीखी मिर्च कहा जाता है और इसमें 1.64 मीटर स्कोविल हीट यूनिट होती है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि पंखे के सामने बैठकर मिर्च खा रहा यह शख्स बीच-बीच में जोर-जोर से सांस लेने लगता है और अपनी आंखें बंद कर लेता है। दर्शकों को उसकी जय-जयकार करते और चिल्लाते हुए सुना गया, ‘गो माइक!’ फिर क्या था? जय-जयकार सुनकर हौसले में आया यह शख्स अपने सामने रखी सभी 50 मिर्चें खा गया। हर आठ सेकंड में औसतन एक मिर्च खाकर वह आगे बढ़ा और फिर उसने 85 मिर्चें और खा ली। कुल मिलाकर एक जगह बैठे-बैठे यह 135 कैरोलिना रीपर खा गए।

<

>

अब आगे क्या हुआ, यह बड़ा सवाल है और इसी सवाल के जवाब में हम बता रहे हैं कि जैक को क्या लग रहा था, जब वो मिर्च पर मिर्च खाए जा रहे थे। अपने अनुभवों के बारे में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से बात करते हुए जैक ने कहा, “पहली मिर्च सबसे खराब होती है। तीखेपन का शुरुआती झटका तीव्र होता है। दूसरा उतना बुरा नहीं लगता, लेकिन उसके बाद हर एक और अधिक तीखा हो जाता है क्योंकि मिर्च आपके मुंह में नई जगहों को छूती है।”

पिछले दो दशकों में मसाला सहनशीलता विकसित करने के बाद भी, जैक ने कहा कि वह अभी भी अपने पेट में असुविधा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे बुरी तरह ऐंठन होती है। ऐसा महसूस होता है जैसे कोई मेरी अंतरात्मा को दबा रहा है और मरोड़ रहा है। मेरी  अंतरात्मा अभी भी जल रही है। दिमाग रुकने के लिए कह रहा है, लेकिन आगे बढ़ने के लिए खुद को समझाना होगा’। भई सोचने वाली बात है कि हर चीज की अपनी एक हद होती है। अब अगर 135 मिर्चों की बजाय इतने ही रसगुल्ले खाए होते तो शायद जैक की इतनी नहीं जलती।

Show More

Related Articles

Back to top button