पहलवानों के लिए कुरुक्षेत्र में ‘महाभारत’, दावा पीड़ित बेटियों के साथ खड़े होने का और ये खुद ही साथ नहीं; VIDEO में देखें कैसे भिड़े खाप नेता

कुरुक्षेत्र. महिला पहलवानों के यौन शोषण का मामला आए दिन गर्माता जा रहा है, वहीं शुक्रवार को इस मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब यहां पहलवानों के समर्थन में बुलाई गई पंचायत में खाप नेता आपस में ही कौरव-पांडवों की तरह बंट गए। बैठक के दौरान खाप पंचायत के सदस्यों के बीच कहासुनी हो गई। सदस्यों के बीच जब ज्यादा कहासुनी हुई तो किसान संयुक्त मोर्चा के नेता राकेश टिकैत को खड़े होकर लोगों को शांत कराना पड़ा। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। हालांकि खबर लिखे जाने तक विवाद की वजह साफ नहीं हो पाई है, लेकिन कितनी शर्मनाक बात है कि दावा पहलवानों के साथ खड़ा होने का किया जा रहा है और ये खुद ही एक-दूसरे के साथ खड़े नहीं हो पा रहे। VIDEO देखें
#WATCH | Scuffle breaks out between the members of Khap panchayat during their meeting in support of wrestlers’ protest in Kurukshetra, Haryana pic.twitter.com/Nj15aQgxZ9
— ANI (@ANI) June 2, 2023
बता दें कि जनवरी 2023 में भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर धरना देकर बैठ गए थे। 23 जनवरी को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एमसी मैरी कॉम की अगुवाई में जांच के लिए निगरानी समिति का गठन किया, जिसमें कमांडर राजेश राजगोपालन, राधिका श्रीमान, बबिता फोगाट, योगेश्वर दत्त और तृप्ति मुरुगुंडे भी शामिल थे। हालांकि कमेटी को चार सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट दाखिल करनी थी, लेकिन मंत्रालय से दो सप्ताह का वक्त और मांगा। इसके बाद जांच कमेटी ने जांच की। सूत्र बताते हैं कि जांच कमेटी के सामने पहलवान अपने किसी ठोस गवाह को पेश ही नहीं कर पाए, जिसके चलते सैक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप साबित नहीं हो सके। विनेश फोगाट ने जिस कॉम्पिटिशन में गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया था, वो उसमें गई ही नहीं थी। इसी के चलते कमेटी बृजभूषण शरण सिंह को क्लीन चिट दे चुकी है।
अब अप्रैल के अंत में यह मामला दोबारा तूल पकड़ गया। दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में 28 अप्रैल को ये दोनों एफआईआर दर्ज हुई थीं। जिसमें पहलवानों ने गलत तरीके से छूना, बहाने से सीने पर हाथ फेरने के अलावा और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि पहली एफआईआर में 6 बालिग रैसलर्स ने गलत तरीके से छूने, सांस चैक करने के बहाने से टी-शर्ट उतारने, एक जख्मी महिला खिलाड़ी का खर्च कुश्ती संघ द्वारा उठाने को लेकर संबंध बनाने की डिमांड करने और संबंधित खिलाड़ी द्वारा इससे इनकार कर दिए जाने पर ट्रायल में भेदभाव करने का आरोप लगाया था। दूसरी एफआईआर में एक नाबालिग रैसलर ने बहाने से कमरे में बुलाकर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है। अब बृजभूषण के खिलाफ धारा 354, 354 ए, 354 डी, और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक ओर गुरुवार को ही आरोपी सांसद बृजभूषण ने कहा था, दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक भी आरोप साबित हुआ तो फांसी पर लटक जाऊंगा। पहलवानों की पहले कुछ मांग थी, अब कुछ और हो गई। कौन क्या कह रहा है उससे मतलब नहीं है। इनकी शर्तें, भाषा लगातार बदल रही हैं’। इसी के साथ हरियाणा के पहलवानों के सम्मान की लड़ाई अब किसान और दूसरे संगठनों तक भी पहुंच गई।
इस मामले पर आगे की रणनीति तैयार करने के लिए शुक्रवार को कुरुक्षेत्र में खाप पंचायत बुलाई गई। बैठक में किसान नेता राकेश टिकैत, सुखविंदर सिंह औलख, अमरजीत मोहडी सूबे सिंह समैण समेत श्योरण खाप, धनखड़ खाप, संगरोहा खाप, समैण खाप और सर्व खाप के बहुत से बड़े प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता सूबे सिंह समैण ने की। इस दौरान खाप पंचायत के सदस्यों के बीच कहासुनी हो गई। बात ज्यादा बढ़ गई तो किसान संयुक्त मोर्चे के नेता राकेश टिकैत को खड़े होकर लोगों को शांत कराना पड़ा। राकेश टिकैत ने कहा, ‘सरकार खाप पंचायतों के फैसले पर नजर लगाए हुए है। उत्तर प्रदेश में कहा गया था कि कुरुक्षेत्र में पंचायतों की ओर से फैसला लिया जाएगा। ऐसे में आज हर हाल में यहां से फैसला लेकर ही उठा जाएगा’।
हालांकि ये पता नहीं चल सका है कि आपस में क्यों विवाद हुआ। वहीं सूत्रों के हवाले से खबर है कि बैठक में लिए गए फैसले को लागू करने से पहले महिला खिलाड़ियों से पूछा जाएगा। इसके बाद महिला खिलाड़ी आगे चलेंगी और खाप पंचायत उनके साथ खड़ी रहेगी। राकेश टिकैत ने ये भी कहा है कि गांव-गांव में आंदोलन किया जाएगा। बेटियों को न्याय दिलाने के लिए गांव-गांव में धरना देना होगा।