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पंजाब भाजपा में पैराशूटिये नेताओं के बढ़ते भावों पर पहली बार खुलकर बोले DP चंदन; क्या कहा-जानें इस Exclusive Interview में

मनीष रोहिल्ला/फिरोजपुर

फिरोजपुर से ताल्लुक रखते वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता डीपी चंदन न सिर्फ पार्टी में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, वहीं पंजाब समेत देश के कई राज्यों की राजनीति में भी गहरी पैठ रखते हैं। इन दिनों प्रदेश में मिशन 2024 (लोकसभा चुनाव) के लिए मैदान तैयार कर रही भाजपा में राहुल गांधी और सुखबीर बादल की पाठशालाओं में राजनीति का कायदा सीखकर आए लोगों को खासी तवज्जो दी जा रही है। इस फेरबल का पार्टी के भविष्य और पंजाब की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा, इस पर वरिष्ठ नेता डीपी चंदन पहली बार कैमरे के सामने खुलकर बोलते नजर आए। देखें विशेष साक्षात्कार का यह VIDEO

भाजपा में चल रहा है ये फेरबदल

ध्यान रहे, केंद्र सरकार की तरफ तीन नए कृषि कानून लाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की साख में अच्छी-खासी कमी आई। नतीजा यह हुआ कि पंजाब में सबसे बड़े सहयोगी घटक शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने भी 25 बरस पुराना गठबंध तोड़ लिया। उधर, अब एक ओर अकाली दल प्रदेश में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ता नजर आ रहा है, वहीं दूसरी ओर इस दल के प्रमुख नेता लोग पुराने सहयोगी भाजपा के साथ ही खड़े होते नजर आ रहे हैं। खुद कैप्टन अमरिंदर और उनके राज में खेल मंत्री रहे इलाके के कद्दावर नेता राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी भी इस वक्त भाजपा में हैं। इसी के साथ कुछ ही महीने पहले शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता हरि सिंह जीरा (पूर्व विधायक) का परिवार भी बादल परिवार का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गया। देखा जाए तो यह तो सिर्फ नमूना है। पूरे पंजाब में अकाली दल और कॉन्ग्रेस नेताओं का भाजपा में आने का दौर जारी है।

जिला प्रधान ने कहा था-अंदरूनी गुटबाजी खत्म करने की दिशा में होगा काम

इसमें कोई दो राय नहीं कि भाजपा में कमल शर्मा के हाथ से कमान चले जाने के बाद अंदरूनी गुटबाजी चरम पर है। इस पर विजय पाने के लिए पार्टी नेतृत्व के लिए संगठनात्मक बदलाव करना लाजमी हो गया था। इसी फेहरिस्त में पार्टी के जिला अध्यक्ष का पद भी रहा। हालांकि पार्टी में लगभग 20-30 साल से काम कर रहे 15 से ज्यादा नेताओं के बीच इस पद को लेकर ‘एक अनार-सौ बीमार’ वाली स्थिति बनी हुई थी। इससे उबरने के लिए नए चेहरे की तलाश शुरू हुई तो यह तलाश अब हरि सिंह जीरा के बेटे अवतार सिंह जीरा पर आकर खत्म हो गई। पार्टी नेतृत्व ने जीरा को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी के काबिल समझा तो केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नई जिम्मेदारी सौंपी। अब उम्मीद है कि फिरोजपुर भाजपा की गुटबाजी खत्म करने की दिशा में नई पहल का सकारात्मक परिणाम सामने आएगा, लेकिन यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। इन्हीं कुछ पहलुओं पर शब्द चक्र न्यूज को दिए एक विशेष साक्षात्कार में भाजपा के वरिष्ठ नेता डीपी चंदन पहली बार खुलकर बोले हैं।

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