जोश में होश खोने का नतीजा: भाइयों को Firing सिखा रहा था 17 साल का लड़का, आंख से होकर दिमाग में घुसे Air-gun के छर्रे; मौत

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राजस्थान के कोटा में झालीपुरा गांव की है घटना, 10वीं कक्षा की परीक्षाएं खत्म होने के बाद घर पर मस्ती कर रहा था मणिकरण
कोटा. राजस्थान के कोटा से जोश में होश खो देने और फिर इसके जानलेवा बन जाने की घटना सामने आई है। यहां अपने भाइयों को एयरगन चलाना सिखा रहे एक नाबालिग लड़के की मौत हो गई। हादसा गुरुवार दोपहर बाद उस वक्त हुआ, जब वह एयरगन शॉट करना सिखा रहा था। अचानक ट्रिगर दबा और फिर छर्रे आंख से होते सिर में जा घुसे। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां वह 24 घंटे भी जिंदा नहीं रह पाया। पहले डॉक्टर्स ने ब्रेन डैड बताया था तो अब वह डैड हो गया। पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद पुलिस ने लाश परिजनों को सौंप दी है और फिलहाल आगे की जांच-पड़ताल का क्रम जारी है।
मृतक की पहचान कोटा के कैथून थाना क्षेत्र में पड़ते गांव झालीपुरा के 17 वर्षीय मणिकरण पुत्र परविंदर सिंह के रूप में हुई है। परविंदर सिंह ने बताया कि वह गांव में खेती करते है। कोटा के बोरखेड़ा इलाके में भी उनका एक मकान है। बेटा मणिकरण कोटा में ही रहकर 10वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा था। एक दिन पहले यानि 22 मार्च को उसके पेपर खत्म हुए थे। उसका ममेरा भाई भी आया हुआ था। गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे घर के गेट के पास एक एयर गन रखी हुई थी। मणिकरण ने खेल-खेल में वह उठा ली और अपने से छोटे बच्चों को बताने लगा कि गन कैसे चलती है। उसे अंदाजा नहीं था कि गन का आगे वाला हिस्सा उसके मुंह की तरफ था। तभी अचानक से ट्रिगर दब गया। छर्रा आंख में जा घुसा। फायरिंग की आवाज सुनकर घर की महिलाएं गेट के पास पहुंची तो मणिकरण अचेत पड़ा था। दादा-दादी ने मणिकरण के पिता को इसके बारे में जानकारी दी।
हादसे के बाद परिजन मणिकरण को लेकर कोटा के एमबीएस (महाराव भीमसिंह हॉस्पिटल) हॉस्पिटल पहुंचे थे। ब्रेन में छर्रा फंसने पर डॉक्टर ने उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन परिजन अपनी संतुष्टि के लिए उसे हायर सैंटर पर ले गए। वहां भी डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो गुरुवार रात को कोटा वापस ले आए। शुक्रवार सुबह मणिकरण की मौत हो गई।
सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी। मृतक के परिवार वालों से बात की। इस बारे में कैथून थाने के अधिकारी सीताराम ने बताया कि खेल-खेल में शॉट की गई एयरगन का छर्रा ब्रेन में फंसने से एक किशोर की मौत हो गई। उसके परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद फिलहाल धारा-174 की कार्रवाई करते हुए उसकी लाश को पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। बाकी मामले की जांच की जा रही है।