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पंजाब पुलिस ने 78 खालिस्तानी समर्थकों किया गिरफ्तार, जालंधर में डेढ़ घंटा पीछा करने के दावे के बावजूद ‘वारिस पंजाब दे’ का चीफ अमृतपाल रहस्यमयी हालत में लापता; पहले आई थी पकड़े जाने की खबर

चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने शनिवार को पूरे राज्य में स्पैशल ऑपरेशन चलाकर खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े 78 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ संगठन के प्रमुख अमृतपाल की तलाश का क्रम अभी जारी है। हालांकि शनिवार दोपहर में सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि करीब डेढ़ घंटे पीछा करने के बाद पुलिस ने अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन रात में पुलिस ने प्रैस नोट जारी करके बताया कि संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उधर पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद से पंजाब के विभिन्न हिस्सों में तनाव का माहौल है। राजधानी चंडीगढ़ से सटे मोहाली में सैकड़ों की तादाद में निहंग नंगी तलवारें और डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए। हालांकि इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच माहौल और बिगड़ने की आशंका के चलते पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट और शॉर्ट मैसेज सर्विस (SMS) बंद कर दिया गया है।

दरअसल, खालिस्तानी विचारधारा के समर्थक एक और कट्‌टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके 29 साथियों पर आरोप है कि अमृतपाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने को लेकर 15 फरवरी की रात को रूपनगर जिले के चमकौर साहिब के बरिंदर सिंह नामक एक युवक को किडनैप किया और अमृतसर जिले में जंडियाला गुरु के पास मोटर पर (जहां अमृतपाल भी मौजूद था) बुरी तरह पीटा था। इस मामले में पुलिस ने लवप्रीत सिंह तूफान को गिरफ्तार किया तो अमृतपाल ने 23 फरवरी को हजारों समर्थकों के साथ अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया। बड़ा आरोप यह भी है कि यह हमला पंजाब के वारिस होने का ढोंग करने वाले इस गुट ने धर्म ग्रंथ (श्री गुरु ग्रंथ साहिब) की आड़ में किया, ताकि पुलिस कोई सख्त एक्शन न ले सके। इस घिनौनी वारदात के बाद पंजाब पुलिस ने घुटने टेक दिए और अमृतपाल के दाहिने हाथ तूफान को छोड़ दिया।

थाने पर हमले के मामले में अमृतपाल और उसके साथियों पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी, वहीं इसी बीच शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नैशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में प्रोग्राम रखे थे। शाहकोट-मलसियां इलाके में सुबह से ही समर्थक जुटने लगे थे, वहीं इससे पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गुपचुप तरीके से अमृतपाल को गिरफ्तार करने की रणनीति बना ली थी। कई जिलों से रातोंरात फोर्स बुला ली गई। शनिवार सुबह जालंधर-मोगा नैशनल हाईवे पर भारी नाकेबंदी कर दी गई।

दोपहर लगभग 1 बजे अमृतपाल का काफिला जैसे ही मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डालकर सबसे आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ लिया। यह सब देख तीसरे नंबर पर चल रही मर्सिडीज कार में सवार अमृतपाल के ड्राइवर ने गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ली। पुलिस की करीब 100 गाड़ियों ने लगभग डेढ़ घंटा पीछा किया, लेकिन अमृतपाल को पकड़ा नहीं जा सका। वह रहस्यमयी ढंग से लापता हो गया। इसके अलावा बालसरां जोधा गांव के रहने वाले हरमेल सिंह जोध और शेरों गांव के हरचरण सिंह नामक दो साथियों को अमृतसर तो भगवंत सिंह उर्फ बाजेके नामक एक करीबी को पुलिस ने मोगा से पकड़ा है। भगवंत को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह खेतों में पशुओं के लिए चारा काट रहा था। 5 गाड़ियों में पहुंचे पुलिस वालों के खेतों में घेरा डालते ही भगवंत सिंह सोशल मीडिया पर लाइव हो गया और अपनी तरफ बढ़ रहे पुलिस वालों को दिखाने लग गया।

 

उधर, अमृतपाल और उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद पंजाब में माहौल बिगड़ गया। मोहाली में चंडीगढ़ बॉर्डर पर लगे इंसाफ मोर्चे में मौजूद लगभग 150 निहंग हाथों में नंगी तलवारें और डंडे लेकर सड़क पर उतर आए। अमृतपाल को रिहा कराने के लिए ये लोग नारे लगाते हुए चंडीगढ़ की तरफ बढ़ने लगे और रोके जाने पर एयरपोर्ट रोड जाम कर दी। पंजाब पुलिस के जवानों ने इनके चारों तरफ घेरा डाल लिया। एक बात और यह भी उल्लेखनीय है कि ये वही जगह है, जहां जेलों में बंद सिखों की रिहाई के लिए 8 फरवरी को इंसाफ मोर्चे में शामिल निहंगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इसमें कई पुलिस वाले घायल हो गए थे।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के 6 साथियों के पास कई हथियार भी मिले हैं। दूसरी ओर फरारी के बीच एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें गाड़ी की अगली सीट पर बैठा अमृतपाल अपने समर्थकों से इकट्‌ठा होने की अपील करता नजर आ रहा है। गाड़ी में मौजूद अमृतपाल के समर्थक यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पुलिस उनके पीछे लगी है। इस पूरे प्रकरण को लेकर पूरे प्रदेश में तनाव का माहौल है और माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते रविवार दोपहर 12 बजे तक पूरे पंजाब में मोबाइल इंटरनैट और बल्क SMS सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

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