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डलहौजी कैंट आंगनवाड़ी केंद्र की वर्कर अंजना कुमारी ने बताया-क्यों जरूरी है मोटे अनाज का इस्तेमाल

राजेन्द्र ठाकुर/चंबा

महिला एवं बाल विकास विभाग के पोषण पखवाडे के तहत शुक्रवार को डलहौजी कैंट के आंगनवाडी केंद्र में मोटे अनाज के बारे में बच्चों और महिलाओं को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अजना कुमारी ने जागरूक किया। लोगों को बताया कि अपने खेतों में उगाए हुए जैसे साग, सब्जी और कोदरा, सियुल, जौ, राई, मक्की, ज्वार, बाजरा, रागी, आदि मोटा अनाज बहुत ही उपयोगी होता है। क्यों उपयोगी है, जानने के लिए देखें ये VIDEO

अंजना कुमारी ने कहा कि मोटा अनाज कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति है। इसे सभी अनाजों की एक जननी कहा जाता है। इस वर्ष पोषण पखवाड़े का मुख्य केंद्र बिंदु मोटे अनाज की उपयोगिता के प्रति लोगों को जागरूक करना है। पखवाड़ा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जन आंदोलन और जन भागीदारी के माध्यम से पोषण के महत्त्व पोषण के बारे में आप सभी को जागरूक करना और खानपान की स्वास्थ्य आदतों को बढावा देना है, ताकि आप एक स्वास्थ्य जीवन व्यतीत कर सकें और कई बीमारियों से बचा जा सके।

अंजना कुमारी ने बताया कि मोटे अनाज के उपयोग से बीपी, डायबिटीज, थाइराड आदी से बचा जा सकता है। यह अनाज गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाए और उनके बच्चों के पालन-पोषण में अहम भूमिका निभाता है। अंजना ने कहा कि जितने अधिक हम मोटे अनाज को अपने भोजन में शामिल करेंगे, उतना ही इसका लाभ हमें मिलेगा। यह अनाज कई तरह की बीमारियों से बचाता है। जंक फूड, तला हुआ भोजन हमारे स्वास्थ्य को खराब करता है। जो भोजन हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंचाए, उसका सेवन ना करें। उधर, आज के इस कार्यक्रम के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित अन्य लोग भी शामिल रहे। लोगों को सरकार की कई स्कीमों के बारे में भी जानकारी दी यह अभियान 20 मार्च से लेकर 3 अप्रैल तक चलेगा मौके पर महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

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