छोटी सोच ने किया हंसते-खेलते कुनबे का मटियामेट, एक चिता पर जली 7 लाशें; अपील-इस घटना से सीख ले अपने रिश्ते और जिंदगी दोनों बचाएं

जालौर. राजस्थान के जालौर से दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। यहां दंपति की तो पांच बच्चों की लाशों को एक ही चिता पर जलती देखकर हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया। अब स्वाभाविक सी बात है कि मौत के इतने विकराल तांडव के पीछे की वजह को हर कोई जानना चाहता है। रिश्तों में बेवफाई की बात सामने आने पर शब्द चक्र न्यूज आम आदमी से अपील करता है कि इस घटना से सीख लेते हुए अपने रिश्तों और जान दोनों को बचाना वक्त की जरूरत है। नहीं तो एक दिन आदमी अकेला ही रह जाएगा, एकदम पशु की तरह। आइए जरा हवस की इस खौफनाक परिणति को एकदम तफसील से समझते हैं…
मृतकों में जालौर जिले के गलीफा निवासी शंकराराम (41) पुत्र खेमाराम, पत्नी बादली (31), बेटी रमीला (11), बेटा विक्रम (10), बेटी संगीता (08), बेटी कमला (07) और बेटा हितेश (4) थे। छानबीन में पता चला है कि शंकराराम को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक होने लग गया। पड़ोस के ही युवक के साथ नाजायज तालुकात होने के शक में एक दिन शंकरराम ने पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। मौका पाकर अपने मोबाइल में ले ली तो शक यकीन में बदल गया। शंकराराम ने पत्नी को समझाया और साथ ही अपनी मां को भी इस बारे में बताया तो इसके बाद सामाजिक स्तर पर भी समझाइश हुई। शनिवार शाम को एक पंचायत और हुई, जिसमें शंकराराम ने इस युवक को चेतावनी दी। पंचायत ने भी उसे समझाया और तय हुआ कि आगे से ऐसा कुछ नहीं होगा। इसके बाद सोमवार रात को शंकराराम को फोन करके पड़ोसी युवक ने धमकाते हुए कहा कि पंचायत करके क्या कर लिया।
डेढ़ बजे वाली बस में बैठकर सिद्धेश्वर पहुंचे, जहां नर्मदा नहर की मुख्य कैनाल है। पता चला है कि यहां एक दुकान से शंकराराम ने बच्चों को आईसक्रीम, बिस्कुट और पानी की बोतल दिलवाई। बच्चे आईसक्रीम और बिस्कुट खाने लगे थे कि एकाएक शंकराराम नहर की तरफ चल पड़ा। इसके बाद पत्नी और पांचों बच्चे उसके पीछे-पीछे हो लिए। शाम के करीब 7 बजे शंकराराम ने खुद के और बाकी सभी सदस्यों के हाथों को एक ओढ़नी से बांधा। सभी लोग नहर में कूद गए। इधर, गांव में परिवार ने जब शंकराराम का घर सूना देखा और सभी के गायब होने की बात सामने आई तो परिजन इन्हें तलाशने निकले। ये लोग रात को ही सिद्धेश्वर पहुंचे, लेकिन रात हो चुकी थी, अगले दिन नहर के पास शंकराराम का मोबाइल और अन्य सामान मिला। बुधवार को इन सातों के शव मिले।
गुरुवार को बेहद गमगीन माहौल के बीच परिवार और ग्रामीणों ने सातों लाशों को एक ही चिता पर जलाया। इस बारे में सांचौर सीओ रूपसिंह इंदा का कहना है कि मृतक परिवार के मुखिया शंकराराम के भाई जोगाराम ने पड़ोसी चेलाराम के खिलाफ रिपोर्ट दी है। अवैध संबंध पालने और धमकाने के आरोपों की जांच सांचौर के थाना अधिकारी निरंजन प्रताप सिंह कर रहे हैं।