Himachal Pradesh

Manohar Murder Case: संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति ने Governor के नाम भेजा ज्ञापन; कहा-J&K से सटे चुराह और सलूणी में लगातार हो रही हिंदू भावनाएं आहत

  • गुमशुदगी की शिकायत की जांच कर रही पुलिस को नाले में 8 टुकड़ों में और बोरी में बंद मिली थी 22 साल के मनोहर लाल की लाश

राजेन्द्रठाकुर/चंबा

हिमाचल प्रदेश के चंबा में मनोहर लाल हत्याकांड के बाद आमजन, विशेषकर हिंदू समुदाय का गुस्सा कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। बीते कई दिन से यहां जिलेभर के बाजार बंद हैं, वहीं शुक्रवार को इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर बनी संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति ने प्रदेश के राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल के नाम एक ज्ञापन भेजा है। चंबा के एडीएम को ज्ञापन सौंपने पहुंची हिंदू समुदाय की अपार भीड़ ने न सिर्फ हालिया मनोहर लाल हत्याकांड से देश के सभ्य समाज के हिल जाने की बात कही, बल्कि हिंदू भावनाओं पर 1995 से आज तक हो रहे हर अत्याचार का हिसाब मांगा है। उधर, किसी भी अप्रिय घटना की आशंका के चलते इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा।

बता दें कि चंबा जिले के सलूणी उपमंडल में पड़ते गांव थरौली के 21 वर्षीय मनोहर लाल पुत्र रामू अधवार 6 जून से घर से लापता था। परिजनों ने इसकी पुलिस में शिकायत दी। 9 जून को उसके शरीर के 7-8 टुकड़े नाले में बोरी में मिले। यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है और हत्या का आरोप अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर है। बताया जा रहा है कि मनोहर पहाड़ी वाले स्थित अपने घर से दूसरे घर के लिए निकला था। रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हुए मनोहर के परिजनों ने अपने स्तर पर युवक को तलाश की और साथ्न ही पुलिस में शिकायत दी। नाले में बोरी में मिले एक युवक के क्षत-विक्षत शव के मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। जहां तक हत्या की वजह की बात है, पता चला है कि मनोहर लाल मुस्लिम समुदाय की एक लड़की से प्यार करता था। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की के घर वालों को यह रिश्ता नामंजूर था। इसी के चलते मनोहर की हत्या करके उसके 8 टुकड़े किए और फिर बोरी में बांधकर नाले में फैंक दिया गया था। इस मामले को लेकर अब पीड़ित परिवार और धार्मिक संगठनों की तरफ से कार्रवाई की मांग की जा रही है।

शुक्रवार को संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति के बैनर तले जिलेभर के हजारों लोग एडीएम अमित मैहरा को राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपने पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘हम सब चम्बा का शांतिप्रिय समाज आपके ध्यानार्थ यह विषय लाना चाहते हैं और अपील करते कि गत 6 जून सलूणी तहसील के गांव थरौली में घटी घटना ने इस देश के सभ्य समाज को हिलाकर रख दिया है। मनोहर नाम के युवक की हत्या में संलिप्त मुस्लिम परिवार के कुछ व्यस्क और अव्यस्क सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बावजूद इसके हम कार्रवाई से संतुष्टि नहीं हैं। असल में ये ही नहीं, जिले में लंबे समय से हिंदू भावनाएं आहत हो रही हैं। चुराह और सलूणी में जिले की सीमाएं पड़ोस के राज्य जम्मू-कश्मीर के साथ लगी हुई हैं। इन दोनों तहसीलों में हिन्दू भावनाएं लगातार आहत हो रही हैं। 1995 में सतरुण्डी में 35 हिन्दुओं की हत्या हो या उसके बाद लगातार हो रही गोहत्या, गोतस्करी, हिन्दुओं के घरों को तोड़ने, उनसे मारपीट करने जैसी घटनाएं हों। सब कट्टरवाद से प्रेरित हैं। इसी क्षेत्र में 2004 में एक हिन्दू युवक की हत्या हुई थी, जिसका शव अभी तक नहीं मिला है। यही वजह है कि सीमान्त क्षेत्र में जनसंख्या असंतुलित हो रही है’।

ताजा घटना पर सवाल उठाते हुए संघणी हत्याकांड संघर्ष समिति ने कि भले ही पुलिस इसे प्रेम प्रसंग से जोड़ रही है, लेकिन टुकड़े-टुकड़े कर देना सामान्य घटना नहीं है। आशंका है कि इस कृत्य को करके कहीं दहशत का आतंक का माहौल हिन्दू समाज में पैदा करने की कोशिश तो नहीं की जा रही है? कहीं कश्मीर की तरह ही इस क्षेत्र को भी हिन्दू विहिन करने की साजिश तो नहीं की जा रही है? इस काण्ड से गिरफ्तार व्यक्ति की पूर्णतया जांच की जाए कि इसके तार कहीं आतंकवादियों से तो नहीं जुड़े हैं? इसकी भू-सम्पत्ति की, वनमाफिया में इसकी संलिप्तता की भी गहन जांच की जाए। साथ ही ताजा हत्याकाण्ड की जांच NIA से करवाकर पीड़ित परिवार को शीघ्र से शीघ्र न्याय दिलाया जाए।

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